विज्ञान वह व्यवस्थित ज्ञान या विद्या है जो विचार, अवलोकन, अध्ययन और प्रयोग से मिलती है,
विज्ञान वह व्यवस्थित ज्ञान या विद्या है जो विचार, अवलोकन, अध्ययन और प्रयोग से मिलती है, जो कि किसी अध्ययन के विषय की प्रकृति
या सिद्धान्तों को जानने के लिये किये जाते हैं। विज्ञान शब्द का प्रयोग ज्ञान की ऐसी
शाखा के लिये भी करते हैं, जो तथ्य, सिद्धान्त और तरीकों को प्रयोग और परिकल्पना
से स्थापित और व्यवस्थित करती है। इस प्रकार कह सकते हैं कि किसी भी विषय का क्रमबद्ध
ज्ञान को विज्ञान कह सकते है। ऐसा कहा जाता है कि विज्ञान के 'ज्ञान-भण्डार' के बजाय वैज्ञानिक विधि विज्ञान
की असली कसौटी है।
अनुक्रम
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7सन्दर्भ
प्राकृतिक विज्ञान प्रकृति और भौतिक दुनिया का व्यवस्थित
ज्ञान होता है, या फ़िर इसका अध्ययन करने वाली इसकी
कोई शाखा। असल में विज्ञान शब्द का उपयोग लगभग हमेशा प्राकृतिक
विज्ञानों के लिये ही किया जाता है। इसकी तीन मुख्य शाखाएँ हैं : भौतिकी, रसायन शास्त्र और जीव विज्ञान।
सामाजिक विज्ञान मानव समाज की बनावट और इसके सदस्यों
के क्रियाकलापों से सम्बन्धित अध्ययन है। इसमें इतिहास, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, वगैरह शामिल
हैं।
निगमनात्मक प्रणाली कुछ ऐसी विद्याओं का समूह है जो दर्शन
और विज्ञान के विषयों पर तर्क और गणना के सिद्धान्त का अनुप्रयोग करते हैं। इसमें गणित और तर्क शामिल हैं।
प्रायः सामाजिक विज्ञान और निगमनात्मक प्रणालियों
को विज्ञान नहीं माना जाता।
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शाखा
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अध्ययन का विषय
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अंतरिक्ष यात्रा एवं संबंधित विषय
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मछलियां एवं संबंधित विषय
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अथियों (हड्डियों) का अध्ययन
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पक्षियों से संबंधित विषय
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प्रकाश का गुण एवं उसकी संरचना
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परिस्थितिकी का अध्ययन
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गुप्त सूचनाएं एवं संबंधित विषय
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मानव-शरीर की संरचना
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विमानों की उड़ान
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तारों एवं ग्रहों से संबंधित विषय तथा आकाशीय पिंडों का अध्ययन
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भूमि (मिट्टी) का अध्ययन
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कीट एवं संबंधित विषय
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मकड़े एवं संबंधित विषय
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भ्रण एवं संबंधित विषय
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समुद्र से संबंधित विषय
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ब्रम्हांड का अध्ययन
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गुप्त लेखन अथवा गूढ लिपि
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मादाओं के प्रजनन अंगों का अध्ययन
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पृथ्वी की आंतरिक्ष संरचना
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रत्नों का अध्ययन
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ट्यूमर का अध्ययन
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पशु – शरीर का रचनात्मक
संघटन
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त्वचा एवं संबंधित रोगों का अध्ययन
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वृक्षों का अध्ययन
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अंकों (संख्याओ) का अध्ययन
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नाड़ी स्पंदन एवं संबंधित विषय
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मुद्रा – निर्माण एवं अंकन
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रोगों के कारण एवं संबंधित विषय
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जीवाश्म एवं संबंधित विषय
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परजीवी वनस्पतियां एवं जीवाणु
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जीव-जन्तुओं का जातीय विकास
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दलदल एवं कीचड़ का अध्ययन
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खनिज निष्कासन एवं संबंधित विषय
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जीवधारियों का शारीरिक अध्ययन
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पौधों का अध्ययन
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जीवाणुओं से संबंधित विषय
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जीव एवं भौतिक जगत्की आकारिकी का अध्ययन
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खनिजों का अध्ययन
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वातावरण एवं संबंधित विषय
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मांस-पेशियों का अध्ययन
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जीव-जंतुओं पर सौर विकिरण का प्रभाव
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चट्टानों एवं पत्थरो से संबंधित विषय
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झीलों एवं स्थलीय जल भागों का अध्ययन
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रक्त सीरम एवं रक्त आधान से संबंधित
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शरीर के आंतरिक अंग एवं संबंधित
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पृथ्वी से परे अंतरिक्ष में जीवन की सम्भावना का अध्ययन
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रक्त एवं संबंधित विषयों का अध्ययन
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सूर्य का अध्ययन
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सरीसृपों का अध्ययन
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शरीर के ऊतक एवं संबंधित विषय
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निद्रा एवं संबंधित विषयों का अध्ययन
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विज्ञान विज्ञान का अर्थ है विशेष ज्ञान। मनुष्य
ने अपनी आवश्यकताओं के लिए जो नए-नए आविष्कार किए हैं, वे सब विज्ञान की ही देन हैं। आज का
युग विज्ञान का युग है। विज्ञान के अनगिनत आविष्कारों के कारण मनुष्य का जीवन पहले
से अधिक आरामदायक हो गया है।
मोबाइल,
इंटरनेट, ईमेल्स, मोबाइल पर 3जी और इंटरनेट के माध्यम से फेसबुक, ट्विनटर ने तो वाकई मनुष्य की जिंदगी
को बदलकर ही रख दिया है। जितनी जल्दी वह सोच सकता है लगभग उतनी ही देर में जिस व्यक्ति
को चाहे मैसेज भेज सकता है, उससे बातें कर सकता है। चाहे वह दुनिया
के किसी भी कोने में क्यों न हो।
यातायात के साधनों से आज यात्रा करना अधिक
सुविधाजनक हो गया है। आज महीनों की यात्रा दिनों में तथा दिनों की यात्रा चंद घंटों
में पूरी हो जाती है। इतने द्रुतगति की ट्रेनें,
हवाई जहाज यातायात के रूप में काम में लाए जा रहे हैं। दिन-ब-दिन
इनकी गति और उपलब्धता में और सुधार हो रहा है।
चिकित्सा के क्षेत्र में भी विज्ञान ने हमारे
लिए बहुत सुविधाएं जुटाई हैं। आज कई असाध्य बीमारियों का इलाज मामूली गोलियों से हो
जाता है। कैंसर और एड्सस जैसे बीमारियों के लिए डॉक्टर्स और चिकित्साविशेषज्ञ लगातार
प्रयासरत हैं। नई-नई कोशिकाओं के निर्माण में भी सफलता प्राप्त कर ली गई है।
सिक्के के दो पहलुओं की ही भांति इन आविष्कारों
के लाभ-हानि दोनों हैं। एक ओर परमाणु ऊर्जा जहां बिजली उत्पन्न करने के काम में लाई
जा सकती है। वहीं इससे बनने वाले परमाणु हथियार मानव के लिए अत्यंत विनाशकारी हैं।
हाल ही में जापान में आए भूकंप के बाद वहां के परमाणु रिएक्टर्स को क्षति बहुत बड़ी
त्रासदी रही।
अत: मनुष्य को अपनी आवश्यकता और सुविधानुसार
मानवता की भलाई के लिए इनका लाभ उठाना चाहिए न कि दुरुपयोग कर इनके अविष्कारों पर प्रश्नचिह्न
लगाना चाहिए।
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विज्ञान
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